अमेरिका का प्रथम निजी अंतरिक्ष यान ‘ओडीसियस’ ने चंद्रमा पर लैंड किया

“Odysseus spacecraft: a modern marvel of lunar exploration, symbolizing human ingenuity and the quest for cosmic knowledge.”

वाशिंगटन: अमेरिका एक बार फिर चांद पर पहुंच गया है। लगभग 50 साल बाद एक अमेरिकी अंतरिक्ष यान चांद की सतह पर उतरा है। 1972 में आखिरी अपोलो मिशन के बाद अमेरिका में बना कोई अंतरिक्ष यान अब चंद्रमा की सतह पर उतरा है। चांद पर उतरने वाले इस अंतरिक्ष यान का नाम ओडीसियस (Odysseus) या ऑडी है। यह छह पैरों वाला एक रोबोट लैंडर है जो भारतीय समय के मुताबिक शुक्रवार सुबह 4:30 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास मालापर्ट ए नाम के क्रेटर में उतरा। चांद का दक्षिणी ध्रुव वही हिस्सा है, जिसके करीब भारत के चंद्रयान 3 का विक्रम लैंडर उतरा था।

जब लैंडिंग की पुष्टि हो गई, तो मिशन के निदेशक डॉ. टिम क्रेन ने खुशी से कहा, “ह्यूस्टन, ओडीसियस को अपना नया घर मिल गया है!” नासा के सहयोग से बना यह लैंडर इतिहास रचने में सफल रहा। इंटुएटिव मशीन्स के सीईओ स्टीव अल्टेमस ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, “मुझे पता था कि यह एक कठिन काम होगा, लेकिन हमने इसे कर दिखाया। हम चंद्रमा की सतह पर हैं और सफलतापूर्वक संचार कर रहे हैं। चांद पर आपका स्वागत है!”

नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा, “हमने चंद्रमा को फिर से हासिल कर लिया है! आधी सदी के बाद अमेरिका चांद पर वापस आ गया है।” यह क्षण न केवल एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी, बल्कि भविष्य के मिशनों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम था।

यहाँ कुछ अतिरिक्त विवरण दिए गए हैं:

  • ओडीसियस एक छोटा लैंडर है जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा।
  • यह लैंडर चंद्रमा की सतह पर पानी और अन्य संसाधनों की खोज करेगा।
  • यह मिशन नासा और इंटुएटिव मशीन्स के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी का प्रतीक है।
  • यह लैंडिंग चंद्रमा पर मानव वापसी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक क्षण था जिसने अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए नए द्वार खोले हैं।

यह मिशन कई मायनों में अनूठा था। सबसे पहले, यह एक निजी कंपनी, इंटुएटिव मशीन्स द्वारा संचालित पहला चंद्र मिशन था। नासा ने वैज्ञानिक उपकरणों और तकनीकी सहायता प्रदान करके मिशन का समर्थन किया। ओडीसियस नासा के पेलोड ले गया जो चंद्रमा की सतह, अंतरिक्ष मौसम, रेडियो खगोल विज्ञान और भविष्य के लैंडरों के लिए डेटा एकत्र करेंगे।

यह मिशन नासा के लिए भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह चंद्रमा पर मानव वापसी की योजना का हिस्सा है। हालांकि ओडीसियस से पहले एक अन्य निजी कंपनी का मिशन असफल रहा था, लेकिन ओडीसियस की सफलता ने भविष्य के मिशनों के लिए आशा जगाई है।

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